संक्रमण से मृत हुआ 68 वर्षीय बुजुर्ग भी हुआ था तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल, 7 लोगों तक फैलाया कोरोना वायरस


मुंबई. हीरानंदानी अस्पताल में रविवार को हुई 68 वर्षीय बुजुर्ग की मौत में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि यह शख्स दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में गया था। ये शख्स फिलीपींस का नागरिक है और 3 मार्च से 10 मार्च के बीच निजामुद्दीन में ही मौजूद था।


10 लोगों के साथ फिलीपींस से आया था शख्स
इसी समय यानी कि 1 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन में जमात का आयोजन हुआ था। 68 साल का ये शख्स फिलीपींस के 10 नागरिकों के समूह के साथ 3 मार्च को मुंबई एयरपोर्ट पर आया था। इसके बाद ये राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली आया और निजामुद्दीन में आयोजित मरकज पहुंचा था।


10 मार्च को दिखे कोरोना के लक्षण
बाद ये शख्स मुंबई आ गया था और यहां वाशी स्थित नूर मस्जिद में ठहरा हुआ था। 10 से 12 मार्च को इस शख्स में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे तो इसे कस्तूरबा अस्पताल भेज दिया गया। यहां जांच के बाद इस शख्स को पॉजिटिव पाया गया।


संक्रमित शख्स ने छिपाई मेडिकल हिस्ट्री
नवी मुंबई के चीफ मेडिकल ऑफिसर बाला साहेब सोनवाने ने कहा कि ये ग्रुप पूछताछ में मदद नहीं कर रहा था और न ही अपनी ट्रैवल हिस्ट्री बता रहा था। उन्होंने कहा, "मुंबई में अस्पताल में 5 से 6 दिन रहने के बाद इनकी ट्रैवल हिस्ट्री सामने आई, हमनें अपने दायरे में सभी सावधानियां बरती हैं।" इस जानकारी के सामने आने के बाद मुंबई के अधिकारियों ने दिल्ली सरकार को इसकी सूचना दे दी है।


संपर्क में आए सात लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए
फिलीपींस के इस नागरिक के संपर्क में आने वाले 7 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें से दो इसके ग्रुप के सदस्य थे, एक मस्जिद का पदाधिकारी है, इसके अलावा मस्जिद के पदाधिकारी का बेटा, पोता और उसके घर की नौकरानी भी पॉजिटिव पाई गई है।